Saturday, February 16, 2008

bombay ड्रीम्ज़

रात जब मुम्बई की सड़कों पर,
अपने पंजो को पेट में लेकर
काली बिल्ली की तरह सोती है
अपनी पलकें नही गिराती कभी
साँस की लम्बी लम्बी बौछारें
उड़ती रहती है खुश्क साहिल पर!
- gulzar

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